Worried about the theft of the cracks of the water stream

अभी कोई निष्कर्ष ना निकाले : राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण(The National Disaster Management Authorit)

सचिव आपदा प्रबंधन : डॉ रंजीत कुमार सिन्हा

  • उत्तराखंड में भूमि धंसने का दंश झेल रहे जोशीमठ की जेपी कॉलोनी में फूटी जलधारा से पानी का प्रवाह बढ़ने से सरकार की चिंता भी बढ़ गई है
  • इस धारा में 24 घंटे पहले जल प्रवाह 190 लीटर पर मिनट था जो अब बढ़कर 240 मीटर पर मिनट हो गया है सचिव आपदा प्रबंधन डॉ रंजीत कुमार सिन्हा ने शनिवार को कुछ ब्रीफिंग में इसकी पुष्टि की और कहा कि जल प्रवाह बढ़ने के कारणों की जांच की जा रही है उन्होंने क्षेत्र में भूमि के भीतर बड़ा जल स्त्रोत होने के अनुमान भी लगाया है साथ ही कहा है
  • कि जांच के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी जोशीमठ में भूमि धंसने से दो और होटल रुकने के अलावा बदरीनाथ हाईवे पर कुछ दिन पहले भाई भरी गई तरारी भूमि हंसने से चौड़ी होकर फिर उभर आई हैं
  • जोशीमठ के निचले हिस्से में मुख्य शहर से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर है जो जेपी कॉलोनी इस कॉलोनी में 2 जनवरी को अचानक जलधारा फूटी थी इससे निरंतर मटमैला पानी बह रहा है जलधारा में 4 जनवरी को पानी का प्रवाह 550 एलपीएम था जो 13 जनवरी को घटकर ₹190 पर आ गया था
  • इससे विशेषज्ञों की भी राहत महसूस कर रहे थे लेकिन अचानक शनिवार को फिर से इसमें तेजी आ गई सचिव आपदा प्रबंधन डॉक्टर सिन्हा ने कहा है कि रविवार को वह स्वयं जोशीमठ में तकनीकी एजेंसी के विशेषज्ञों से इस संबंध में बातचीत करेंगे जोशीमठ में राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है जिले के प्रभारी मंत्री डॉ धन सिंह रावत और मंडला आयुक्त सुशील कुमार जोशीमठ में तेरा डेरा डाले बैठे हुए हैं तथा पूरी तरह से उसका निरीक्षण में लगे हुए हैं
  • भूत हंसने की वजह भी अलग-अलग दलों के द्वारा जांच की जा रही है सभी दल अपने स्तर से पता लगाने का कोशिश कर रहे हैं कि यह जो भूमि दशा हो रहा है इसका मुख्य कारण क्या है और यह अचानक क्यों ऐसा हो रहा है जोशीमठ बदरीनाथ हाइवे से सटे क्षेत्रों में हालत ज्यादा चिंताजनक है यहां से लोगों के निकलने में बहुत दिक्कत हो रही है जो कि यह हाईवे है
  • तो यहां से हमेशा पूछना यहां से कुछ ना कुछ गाड़ियां निकलती रहती हैं जिसके कारण यह हाईवे तथा बहुत ज्यादा चिंता जनक है हाईवे में स्थित दो होटल में भी झुका आ गया है जिसके कारण इनको गिराने की प्रक्रिया भी चल रही है संचालकों ने होटलों को खाली करा दिया है तथा वहां पर जो सामान था उसको भी बाहर निकाल दिया गया है
  • तथा उसको तोड़ने की प्रक्रिया चल रही है इन दोनों मोटरों से 200 मीटर की दूरी पर एक होटल शिवालिक है उस पर भी दरार आ गई है उसको भी खाली कराकर उसको भी गिराने का प्लान चल रहा है इस होटल के भूतल में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का ऑफिस भी है जहां पर दरारें आ गई हैं |

बैंक प्रबंधन ने प्रशासन को पत्र लिखकर होटल का सर्वे करा कर या जानने के लिए कहा है

क्या स्थिति को स्पष्ट करने के लिए कहा है कि भवन सुरक्षित है या नहीं ताकि वह समय रहते हुए अपने ऑफिस को किसी दूसरी भवन में शिफ्ट किया जा सके जोशीमठ औली रोपवे का संचालन होता है उसकी भूमि भी धंस रही है

शनिवार को इस भूमि पर 20 फीट लंबी 2 फीट चौड़ी और 5 फीट चौड़ी दरार उभर आई है रूप में के टावर संख्या 1 2 और 3 के आसपास की भूमि पर भी दरारें निरंतर चोरी हो रही है बद्रीनाथ हाईवे पर भी भाषा और लगातार गहरा रहा है माउंट व्यू होटल के पास छावनी बाजार मारवाड़ी और जेपी कॉलोनी में इस हाइवे पर दरारों की संख्या के साथ चौड़ाई बड़ी है शनिवार को डेंजर जोन में आए होटल माउंट आबू माउंट व्यू व मलारी इन मलारी इन होटलों का भी निरीक्षण किया गया है

और उनको गिराने की मालिश करने का आदेश जारी हो गया है सरकार की तरफ से सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है और उसका प्रयास है कि वहां पर जितने भी लोग बसे हुए हैं उन सब को एक नई जगह पर स्थापित किया जाए सरकार ने हर संभव प्रयास किया है लोगों को और लगातार सरकार इस प्रयास में लगी है कि सभी को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा सके

  • जेपी कॉलोनी के पास फूटी जलधारा में प्रवाह अब 240 एलपीएम पहुंचा
  • दो और होटल हंसने की चपेट में बद्रीनाथ हाईवे पर चोरी हुई दरारे
  • औली रोपवे के संचालन वाले भवन की भूमि पर 20 फीट लंबी दरार

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा है कि :—–

  • अभी कोई निष्कर्ष ना निकाले और उत्तराखंड सरकार ने इसरो समेत कई सरकारी संगठनों और संस्थानों से कहा है|

कि वे बिना अनुमति लिए जोशीमठ के हालात को लेकर ना तो मीडिया से बात करें और ना ही इंटरनेट मीडिया पर कोई जानकारी साझा करें |

यह निर्देश इसरो द्वारा उपग्रह चित्रों को जारी करने के बाद आया है इन चित्रों में जोशीमठ में 27 दिसंबर और 8 जनवरी के बीच तेजी से जमीन धसना दिखाया गया है |

पत्र में कहा गया है जोशीमठ में विविध हंसने के आकलन के लिए एक विशेषज्ञ समूह का गठन किया गया है |

The government’s concern has also increased due to the increase in the flow of water in the JP colony of Joshimath, which is suffering from land subsidence in Uttarakhand. 24 hours ago, the water flow in this stream was 190 liters per minute, which has now increased to 240 meters per minute. Hai Secretary Disaster Management Dr. Ranjit Kumar Sinha confirmed this in some briefing on Saturday and said that the reasons for the increase in water flow are being investigated. That the situation will be clear only after the investigation.

Due to the land subsidence in Joshimath, apart from stopping two more hotels, the tarari land filled a few days ago on the Badrinath Highway has widened and re-emerged again in the lower part of Joshimath, about 9 kilometers from the main city.

JP Colony, which is at a distance of 550 LPM, in this colony a sudden water stream had burst on January 2, due to which muddy water is flowing continuously. On January 4, the flow of water in the water stream was 550 LPM, which came down to ₹ 190 on January 13.

Due to this, the experts also Were feeling relieved but suddenly on Saturday again it got accelerated Secretary Disaster Management Dr. R. Sinha has said that on Sunday he himself will talk to the experts of the technical agency in Joshimath in this regard. Relief work is going on in Joshimath on a war footing. Minister in-charge of the district Dr. Dhan Singh Rawat and Mandla Commissioner Sushil Kumar sitting encamped in Joshimath. and are fully engaged in its inspection.

The reason for laughing ghost is also being investigated by different parties. All parties are trying to find out from their level that the main reason for this land condition What is it and why is it happening all of a sudden, the situation is more worrying in the areas adjacent to Joshimath Badrinath Highway, people are facing a lot of difficulty in getting out from here,

which is a highway, so always ask from here, some or the other vehicles keep coming out from here. Due to which this highway is very worrying, two hotels located on the highway have also bowed, due to which the process of demolishing them is also going on, the operators have evacuated the hotels and the goods that were there have also been taken out.

has been given and the process of breaking it is going on There is a hotel Shivalik at a distance of meters, there is a crack on that too, after vacating it, a plan is going on to demolish it. There is also an office of State Bank of India in the ground floor of this hotel, where cracks have come.

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